Raibareli-मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ सौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ*

Raibareli-मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ सौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री

*हमारी साधना तभी सफल है जब समीप आने वाले व्यक्ति की आहट तक हमें न सुनायी दे : रामचन्द्र मिश्रा*


सरेनी-रायबरेली-शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में सरेनी में सौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ!शाम को आचार्य रामचन्द्र मिश्रा ने सभी श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए आत्मज्ञान की कथा सुनायी!उन्होंने बताया कि सभी के अंदर अच्छे या बुरे की पहचान करने की शक्ति व ज्ञान है,हमें जरूरत है कि खुद को पहचानें व हमेशा वही काम करने के बारे में सोचे जिससे  सभी का भला हो!उन्होंने इसके लिये पूजा के तीन उपाय बताये!इनमें साधना,उपासना व आराधना शामिल हैं!उन्होंने कहा कि एकाग्रचित्त होकर हम प्रभु का ध्यान करें!हमारी साधना तभी सफल है जब समीप आने वाले व्यक्ति की आहट तक हमें न सुनायी दे!इसी तरह नियमित उपासना व आराधना से भी हम ईश्वर के सन्निकट पहुँच सकते हैं व आत्मज्ञान हासिल कर मानव कल्याण के अनेकों काम कर सकते हैं!इसके पूर्व यज्ञस्थल में आहुतियाँ देने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा!इस अवसर पर सरवन,देवीप्रसाद गुप्ता,सहदेव सिंह,बृजेश सिंह गंगाप्रसाद,शिव सिंह,रमेश,उमानाथ,रामविशाल,
नरेश यादव,गार्गी सिंह,रामा सिंह,अंजू मिश्रा,अर्चना साहू,सुमित्रा,सावित्री देवी,जयदेवी,सरोजिनी देवी आदि शामिल रहे!