रायबरेली- NTPC गंगा मां के आंचल को कर है दूषित जाने कैसे,,,,,,?

रायबरेली- NTPC गंगा मां के आंचल को कर है दूषित जाने कैसे,,,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 
मो-8742935637

ऊंचाहार -रायबरेली-उत्तर भारतीय मां के रूप में गंगा नदी की पूजा करते हैं। सरकार द्वारा मां के आंचल को निर्मल बनाने के लिए अरबों रुपए खर्च कर नमामि गंगे परियोजना चलाई है। वर्ष 2025 में प्रयागराज में कुंभ पड़ने की वजह से शुद्ध जल पहुंचाने के लिए लगातार सरकार प्रयासरत है। बावजूद एनटीपीसी परियोजना व नगर पंचायत के नालों से निकलने वाला गंदा, दूषित, कचरा, तथा मल मूत्र जल गंगा नदी में गिराया जा रहा है। जिसको लेकर अधिकारी उदासीन दिख रहे हैं।
        ऊंचाहार से मात्र 80 किलोमीटर की दूरी पर प्रयागराज संगम क्षेत्र आता है। एनटीपीसी की छह इकाइयों वाली विद्युत तापीय परियोजना के परिक्षेत्र से निकलने वाला दूषित केमिकल युक्त जल राख व कचरा पांच किलोमीटर की पाइपलाइन व गंदे नाले बनाकर अरखा गांव के पास गंगा नदी में गिराया जाता है। तथा नगर पंचायत व एहारी बुजुर्ग से निकलने वाले नाले समेत 10 ग्राम सभाओं का कूड़ा कचरा व गंदा पानी नालों से होकर अरखा, कोटरा बहादुरगंज, कल्यानी समेत कई स्थानों पर गंगा में गिराया जाता है। जिसके शोधन के लिए अभी तक परियोजना व नगर पंचायत की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए। दूषित जल व कूड़ा करकट पॉलीथिन के अपशिष्ट मां गंगा की आंचल को दागदार बना रहे हैं। संगम क्षेत्र से कम दूरी होने की वजह से यह दूषित जल संगम क्षेत्र तक पहुंचता है। जो सरकार की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना को पलीता लगा रहे हैं। दूषित जल कचरा गंगा नदी में गिराए जाने के बाबत एनटीपीसी के अधिकारी तथा नगर पंचायत के अध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए मूल मुद्दे से कन्नी काटने का प्रयास किया। कोई भी जवाब देने से बचते रहे। जबकि क्षेत्रीय लोगों द्वारा अनेकों बार गंगा मां को स्वच्छ व अविरल बनाए रखने के लिए मांग की गई। लेकिन परिणाम शून्य रहा। अब देखना यह है कि कुंभ के पहले परियोजना द्वारा गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं। नगरपंचायत के अधिशासी अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि कस्बे के नालियों का पानी नाले में गिरने से पहले बायोरिमिडियेशन कराया जाता है। उधर एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि डैम बनाकर परियोजना के जल को संरक्षित किया जाएगा।