रायबरेली-साहब! हमरे लिए एनटीपीसी वरदान है कि अभिशाप?

रायबरेली-साहब! हमरे लिए एनटीपीसी वरदान है कि अभिशाप?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी
मो-8742925637


एनटीपीसी की कैमिकल युक्त राख का दंश झेल रहे इलाकाई

ऊंचाहार-रायबरेली-विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में विश्व में विख्यात एनटीपीसी आज तकनीकी खराबी का दंश झेल रहा है यही नहीं इलाकाई लोग इसके प्रदूषण का भी दंश झेल रहे है ।कैमिकल युक्त रख से लोगो का जीना दुभर हो रहा है।
 अरबों रुपए की लागत से बनी एनटीपीसी के बॉयलर प्वाइंट जिनसे निकलने वाली राख को नियंत्रण करने के लिए लाखो की कीमत का एफडीडी लगाकर प्रदूषण नियंत्रण करने का इंतजमात किया गया था जिससे बॉयलर प्वाइंट से निकलने वाले राख को आस पास की ग्रामीण क्षेत्रों को सुरक्षित किया जा सके । लेकिन एनटीपीसी की यह एक मात्र कहावत ही है। हकीकत में तो एनटीपीसी एफडीडी को शो पीस के लिए बनवाया है जो कि एनटीपीसी अपने फायदे को संजोए रख आस पास के गांव के स्थानीय लोगो को मौत के घाट उतारने में तुली है। जिन व्यवस्थाओं को लेकर एनटीपीसी इनगिनत कहानियां बताती है। वह दरअसल में हकीकत में कुछ और ही होती है। आपको बता दे एनटीपीसी स्थित आस -पास विकई, फरीदपुर,बभनपुर जो कि एनटीपीसी से सटे गांव है । जहां लगभग इन गांवों में लाखो की संख्या की तादाद में आबादी है। जिनके घर की छतों पर कोयले की राख की एक मोटी चादर से ढक जाती है। जिसको लेकर ग्रामीण कई बार इसकी शिकायत भी किए  किंतु एनटीपीसी के बेपनाह लापरवाही के रवैए से आस पास के निवासी जो की टी0 वी0, दमा, अस्थमा, आदि बीमारियों से ग्रसित हो चुके है।