रायबरेली-तहसीलदार ने बंद कराया आरो प्लांट, क्षेत्र में गहराया पेयजल का संकट,आक्रोश

रायबरेली-तहसीलदार ने बंद कराया आरो प्लांट, क्षेत्र में गहराया पेयजल का संकट,आक्रोश

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 
मो-8742935637

ऊंचाहार-रायबरेली- क्षेत्र में शुद्ध पेयजल को लेकर 11 आरो प्लांट संचालित हो रहे हैं। रविवार को तहसीलदार ने जांच कर सभी आरो प्लांटों को बंद करा दिया है। जिसके बाद क्षेत्र में शुद्ध पेयजल का संकट गहरा गया है। इसको लेकर आरो प्लांट संचालकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
     रविवार को तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता ने स्थित चार आरो प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी संचालकों से भूगर्भ जल विभाग द्वारा पेयजल की गुणवत्ता से संबंधित कागजात मांगे। कागजात ना मिलने पर तहसीलदार ने सभी आरो प्लांटों को बंद करा दिया। जिसके बाद अन्य संचालित हो रहे आरो प्लांट स्वामियों में खलबली मच गई। और सभी अपने आरो प्लांट को बंद कर दिए। सोमवार की सुबह आरो प्लांट के कुछ संचालक द्वारा कस्बे में ऑटो रिक्शा द्वारा आरो प्लांट बंद होने की सूचना का अनाउंसमेंट कराया। कस्बे के दुकानदार राजू, राजेश कुमार, महेंद्र कुमार, कल्लू पांडेय, संदीप कुमार मौर्या, मोहम्मद अख्तर आदि ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि आरो प्लांट से प्रतिदिन आने वाला डिब्बे का पानी ना मिल पाने की वजह से इंडिया मार्का नल का दूषित पानी पीना पड़ रहा है। वैसे ही क्षेत्र में डेंगू बीमारी ने अपने पांव पसारे हैं। दूषित जल पीने की वजह से बीमारियों का संक्रमण और तेजी से बढ़ जाएगा। आरो प्लांट संचालक गौरव तिवारी, संदीप कुमार, आशीष कुमार मिश्र आदि ने बताया कि तहसीलदार द्वारा अपने बेजा अधिकार का इस्तेमाल करते हुए आरो प्लांट बंद कर आए हैं। तहसीलदार को नोटिस देकर कागज दुरुस्त करने के लिए 15 दिन का समय देना चाहिए था। तहसीलदार द्वारा समय देने के बजाय सीधे प्लांट को ही बंद करा दिया। जिससे क्षेत्र के दुकानदारों में पेयजल को लेकर त्राहिमाम मच गई। मंगलवार को एसडीएम से मिलकर समस्या बताई जाएगी। यदि निस्तारण ना हुआ तो जिलाधिकारी से मिलकर वार्ता की जाएगी। समस्या का निदान ना होने पर बृहद रूप में आंदोलन किया जाएगा।