रायबरेली-प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना गंगा सफाई अभियान को एनटीपीसी लगा रहा पलीता,,,

रायबरेली-प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना  गंगा सफाई अभियान को एनटीपीसी लगा रहा पलीता,,,
रायबरेली-प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना  गंगा सफाई अभियान को एनटीपीसी लगा रहा पलीता,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी
मो-8742935637


ऊंचाहार-रायबरेली-प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना एवं गंगा सफाई अभियान को एनटीपीसी ऊंचाहार किस प्रकार से चूना लगाकर गंगा को प्रदूषित करने का जहां कार्य कर रही है।और क्षेत्रीय लोगों को बीमारियां गिफ्ट कर रही है। फिर भी इस गंभीर विषय पर प्रदूषण विभाग जहां मौन है वहीं स्थानीय अधिकारी भी कार्यवाही करना उचित नहीं समझते हैं।
जानकारी के मुताबिक एनटीपीसी आवासीय परिसर में बनी हुई कालोनियों के शौचालय से निकलने वाले मल मूत्र का निस्तारण करने के लिए एनटीपीसी एक संयंत्र लगाने की बात करती है। उसका कहना है कि सभी कालोनियों से निकलने वाले मल मूत्र एक बड़े टैंक में एकत्र कर शोधित किया जाता है। उसके बाद परिष्कृत पानी को नाले के द्वारा गंगा नदी में गिराया जाता है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है वहां जाकर देखने पर पता चला कि कॉलोनियों में बने शौचालय और शौचालय से जो पाइप लगाकर पाइपों को अंडर ग्राउंड  बड़े-बड़े पाइपों के द्वारा जिससे बड़े हाउज में ले जाने की बात की जा रही है ऐसा लगता है कि वह एवं पाइप चोक कर चुके हैं। इसी कारण से कालोनियों के बीच से बनाई गई नाली जिससे गंदा पानी निकल कर नहर में होते हुए जो गंगा नदी में गिरता है ठीक उन्हीं नालियों में शौचालय वाले पाइपों को तोड़कर शौचालय का सारा मल मूत्र इन्हीं नालियों में गिराया जाता है और इन्हीं नालियों से मल मूत्र होते हुए सीधे गंगा नदी में पहुंचता है। जिससे गंगा नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालु जहां गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं वहीं इन नालों के किनारे बसे ऊंचाहार नगर सहित अन्य गांवों के लोग भी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो गए है। इस मामले को देखते हुए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी निखिलेश मिश्रा ने एनटीपीसी ऊंचाहार तथा प्रदूषण विभाग को एक पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। किंतु आज तक उस पत्र का कोई संज्ञान नहीं लिया गया है वरन एनटीपीसी के अधिकारी बड़े प्रेम से बताते हैं कि हमने मल मूत्र विस्तरण के लिए संयंत्र लगा रखा है और गंगा नदी में कोई मल मूत्र नहीं जाता है लेकिन हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं वीडियो क्लिप और फोटो मौजूद हैं ।कि किस तरीके से एनटीपीसी मानव जाति के खिलाफ इतना जघन्य अपराध कर रहा है। और गंगा नदी जैसे पवित्र नदी जिसको प्रधानमंत्री ने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में रखा है गंगा नदी की सफाई के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं वही एनटीपीसी उसको प्रदूषित करके लोगों को मल मूत्र पिला रही है। इस बाबत एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा से दूरभाष इसकी जानकारी चाही तो उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिब नहीं उठाया।