Raibareli-स्वामी विवेकानंद जी की 160 वीं जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

Raibareli-स्वामी विवेकानंद जी की 160 वीं जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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रिपोर्ट-केशवानंद शुक्ला

रायबरेली। शंखनाद द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की 160 वीं जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन अमन कंप्यूटर, कैनाल रोड, रायबरेली पर किया गया। संगोष्ठी का विषय हिंदू धर्म दर्शन था, कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक अमरेश बहादुर सिंह शंखनाद संयोजक मनीष अग्रवाल कार्यक्रम संयोजक सरदार परमजीत सिंह गांधी वक्ता अनिल मिश्रा एवं जुगल किशोर गुप्ता द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण द्वारा किया गया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए शंखनाद संयोजक मुनीष अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने का आव्हान किया। उन्होंने कहा स्वामी विवेकानंद ने हिंदू धर्म दर्शन पर आधारित मानवता की सेवा को जीवन का सर्वोत्तम कार्य माना है इसी भाव को लेकर हमें आगे बढ़ना है।
वक्ता अनिल मिश्र द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया और उन्होंने बताया कि विवेकानंद जी के जीवन से हमें आज की पीढ़ी को बहुत कुछ सीख कर देश में समाज की गतिविधियों को सुदृढ़ करना है और देश को प्रगति की ओर ले जाना है।
वक्ता जुगल किशोर गुप्ता ने स्वामी विवेकानंद जी का जीवन परिचय पर प्रकाश डाला और और बताया कि कि उनके जीवन में इतनी कठिनाइयां होने के बावजूद भी उन्होंने धैर्य और ईश्वर के विश्वास पर कार्य किया और अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के बताएं मार्ग पर चलकर भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में हिंदू संस्कृति और सभ्यता का प्रचार प्रसार किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक अमरेश बहादुर सिंह ने स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणादाई कार्यों को अपने जीवन में उतारने के लिए संदेश दिया उन्होंने कहा आने वाली पीढ़ी को उनके उनके बताए हुए मार्ग ऊपर मार्ग पर चलना चाहिए। श्री सिंह ने बताया की किस प्रकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक एकनाथ रानाडे ने पूरे देश के विद्यार्थियों से एक एक रुपए की राशि एकत्रित कर कन्याकुमारी में विशाल विवेकानंद स्मारक की स्थापना की यह स्मारक वही बनाया गया जिस शिला पर स्वामी विवेकानंद जी को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
संगोष्ठी में प्रमुख रूप से सरदार गुरजीत सिंह तनेजा, राजीव अग्रवाल, अरविंद उपाध्याय, अभिषेक शर्मा, राजेश सिंह, सभासद चंद्र लोचन श्रीवास्तव,शक्ति बाजपाई सहित बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं उपस्थित थे संगोष्ठी का संचालन शंखनाद सचिव दीपेंद्र सिंह द्वारा किया गया।