Raibareli-उपमुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाता बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

Raibareli-उपमुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाता बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

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रिपोर्ट-अमित अवस्थी


  बछरावां रायबरेली, सरकार भले ही अधिकारी व कर्मचारियों के रसूख के मन को तोड़ते हुए जनता के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित कर रही हो परंतु तानाशाह रसूखदार आज भी बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर उपस्थित हैं ।  उपमुख्यमंत्री छापा मारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सच्चाई को जानने का प्रयास करते हैं परंतु उनके जाने के बाद ही डॉक्टर मनमानी पर उतारू हो कर अनैतिक रवैये को अपना ईमान बनाकर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करके सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं मामला  सामुदायिक स्वास्थ  केन्द्र बछरावां के आकस्मिक सेवा मे स्टाफ न रहने की वानगी उस समय मिली जब  लालगंज के रहने वाले अवधेश कुमार पुत्र स्वर्गीय सुरेश चंद्र का बछरावां लालगंज बाईपास निकट रैन गांव के पास अज्ञात वाहन से दुर्घटनाग्रस्त हो गए ।  108 एंबुलेंस की सहायता से बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया  गया ।  जिसमें उनके दाहिने हाथ और दाहिने पैर में गंभीर चोटे लगी जिसके कारण हाथ व पैर को बचाना मुश्किल हो चुका था अस्पताल पहुंचने पर मरीज लगभग 20 मिनट बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्ट्रेचर पर भयंकर दर्द के चलते तड़पता रहा मौजूद डॉक्टर अवधेश कौशल वहां पर मौजूद लोगों से अपने स्टाफ की जानकारी ले रहे थे कि कौन कहां पर है  और रसूख तो इतनी थी कि सामने मरीज तड़पता देख दोनों हाथ अपनी जेब डालकर इलाज के बदले मरीज को ही उल्टा डांट फटकार देने में मशरूफ थे ।   हद तो उस समय हो गई जब ट्रेनिंग महिला के द्वारा उस युवक के बेल्ट खोलकर कमर मे इंजेक्शन लगाने को कह रहे थे तब तक ट्रेनिंग पर आई  महिला ने पुरुष मरीज का बेल्ट खोलने का जैसे ही प्रयास किया इस पर  वहां मौजूद लोगों   ने इसका विरोध करते हुए डॉक्टर साहब से पूछा कि क्या यहां पर पुरुष फार्मासिस्ट की तैनाती नहीं की गई है इतना सुनकर डॉक्टर आग बबूला हो गए और वहां पर मौजूद लोगों से ही अपनी रसूख दिखाने लगे । और जब वहां पर लोगों ने डॉक्टर का विरोध भी करना चाहता अस्पताल प्रांगण में टहल रहे फार्मासिस्ट आनन फानन दौड़ते हुए डॉक्टर एवं स्टाफ दिखाई दिए । और तो और पहले से वहां पर मौजूद अन्य मरीजों ने इस पूरी वाक्या पर डॉक्टर से कहा इसका इलाज करिए मरीज तड़प रहा है जिस पर  डॉक्टर आगबबूला होते हुए तड़पते है तो तड़पने दो  मेरा काम सलाह देना है ना कि इंजेक्शन और पट्टी करना  इंजेक्शन पट्टी करना स्टाफ का काम है स्टाफ आएगा और मरहम पट्टी करेगा ज्यादा काबिल हो तो तुम ही इलाज कर दो  जिस पर मरीज की कराहने की आवाज सुनकर अन्य मरीजों ने डॉक्टर से इलाज की बात कही इस पर भी डॉक्टर वहां केवल चहलकदमी करते नजर आए अन्य मरीजों के ज्यादा बोलने पर कहा कि मैं जिला अस्पताल रेफर कर रहा हूं जाइए वहां इलाज करा लीजिए । ऐसे तानाशाह रसूखदार और अपने कार्य के प्रति संवेदनशील ना होने वाले डॉक्टर पर सूबे की सरकार और सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक क्या कहेंगे ऐसे डाक्टरों पर क्या कार्रवाई करेंगे क्या ऐसे तानाशाह और रसूखदार डॉक्टरों के बदौलत ही डिप्टी सीएम सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने का दावा पेश कर रहे हैं क्या ऐसे ही लोगों के सहारे स्वास्थ्य विभाग को एक नया आयाम देने की नई पद्धति दिखाने का काम कर रहे हैं या फिर यह सिर्फ एक दिखावा है अब आने वाला समय यह भी तय करेगा कि आज लोगों पर ऐसे डॉक्टरों पर सूबे की सरकार व जिले का कुंभकर्णी की नींद में सो रहा सीएमओ ऑफिस के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करेंगे या फिर बंद कमरे में गुफ्तगू कर के मामले को रफा-दफा कर सूबे की सरकार की छवि को धूमिल करते हुए आगे की ओर बढ़ते जाएंगे ।