Raibareli-ठंड के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या आधी हुई

Raibareli-ठंड के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या आधी हुई

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रिपोर्ट-रामजी राय 
मो. 945 1130 505

सलोन-कई दिनों से हो रही हां ड कपाती ठंड से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। वही इस ठंड से अस्पताल में आने वाले मरीजों  पर भी प्रभाव पड़ा है। अस्पताल में इक्का-दुक्का आने वाले मरीजो को अलाव की अच्छी व्यवस्था नहीं की गई थी गीली लकड़ी के सहारे मरीज व उनके  तीमारदार हाथ सेंक  रहे थे। इस कड़ाके की हाड़ कपाती ठंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलोन का आंखों देखा हाल शुक्रवार की सुबह 10:30 बजे जाना गया तो बाहर परिसर में इक्का-दुक्का मरीज अलावा ताप रहे थे। अलाव ताप रहे मरीजों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि लकड़ी पूरी तरह गीली है आग तो नहीं जल रही बल्कि धुआं जरूर निकल रहा है जिससे ठंड दूर नही हो रही है।। ठंड का प्रभाव पर्चा बनाने वाले काउंटर पर भी देखने को मिला वहां सुबह 10:30 तक कुल 10 मरीजों ने अपना पर्चा बनवाया था इक्का-दुक्का मरीजों का आना अस्पताल में शुरू हुआ था। जब डॉक्टर के चेंबर पर नजर डाली गई तो वहां महिला डॉक्टर डॉक्टर अंजली पांडे, डाक्टर रूपेश जयसवाल,डाक्टर जितेंद्र, बैठकर मरीजों को देख रहे थे। वही कई डॉक्टरों के समय से ना आने से उनकी कुर्सियां खाली पड़ी रही। उनको दिखाने वाले मरीज इधर-उधर भटक रहे थे। इतना ही नहीं अस्पताल के अंदर बनाया गया रैन बसेरा भी पूरी तरह अ व्यवस्थाओं का शिकार रहा। वहां केवल बेड पड़ा हुआ मिला ना तो उस पर गद्दे थे ना रजाई और ना ही कोई कंबल पड़ा था। जिससे साबित होता था कि रैन बसेरा कि केवल खानापूर्ति की गई है यदि उसमें कोई मरीज व उनके तीमार दार रुकना चाहे तो उसकी व्यवस्था नहीं है। ठंड के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या आधी हो गई है जहां प्रतिदिन लगभग 400 ओपीडी होती थी वही आज 175 से 200 पर सिमट गई है।