दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, चाचा उपराष्ट्रपति….भतीजा बन गया माफिया, यूपी के इस डॉन की अजब है कहानी!

दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, चाचा उपराष्ट्रपति….भतीजा बन गया माफिया, यूपी के इस डॉन की अजब है कहानी!

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लखनऊ- माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद डॉन मुख्तार अंसारी चर्चाओं में है. पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी की गिरफ्तारी को लेकर 75 हजार का इनाम रखा है. अतीक की हत्या के बाद बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी डरा हुआ है. जेल प्रशासन ने मुख्तार को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा है. 24 घंटे उसकी निगरानी की जा रही है. गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में 3 जून 1963 को जन्में मुख्तार अंसारी का परिवार काफी प्रतिष्ठित व राजनैतिक रहा है.

पूर्वांचल में डॉन के रुप में है मुख्तार की छवि

पूर्वी यूपी में मुख्तार अंसारी की छवि डॉन के रूप में रही. ठेकेदारी, खनन, स्क्रैप, शराब, रेलवे ठेकेदारी में मुख्तार अंसारी का दबदबा रहा. इसी के बल पर उसने अकूत संपत्ति कमाई. मऊ के लोग कहते है कि अंसारी ने अपने क्षेत्र में काफी विकास के कार्य किए. सड़क, पुल, अस्पताल और स्कूलों के निर्माण के लिए उसने काफी धन खर्च किया.

जेल में रहते हुए मुख्तार ने जीते 3 चुनाव

मुख्तार अंसारी 1996 में BSP के टिकट पर पहली बार विधायकी का चुनाव जीता. इसके बाद वह 2002, 2007, 2012 और 2017 तक मऊ से जीत हासिल करता रहा. 2002, 2007, 2012 के विधानसभा चुनाव मुख्तार अंसारी ने जेल में रहते हुए जीते. राजनीति में बढ़ते वर्चस्व से मुख्तार जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया.

मुख्तार के दादा थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी

देश के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखने वाले माफिया मुख्तार अंसारी के बाबा डॉ मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे. इतना ही नहीं वह देश की सबसे पुरानी पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस के 1926-27 तक अध्यक्ष भी रहे. उस वक्त डॉ मुख्तार अहमद अंसारी की गिनती गांधीजी के करीबी नेताओं में होती थी. धर्म के आधार पर देश का बंटवारा हो डॉ मुख्तार अहमद अंसारी इसके खिलाफ थे, इसीलिए उन्होंने जिन्ना का सनर्थन न करके महात्मा गांधी का समर्थन किया था.

ब्रिगेडियर उस्मान थे मुख्तार अंसारी के नाना

महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर उस्मान मुख्तार अंसारी के नाना थे. 1947 की जंग में उन्होंने भारतीय सेना की तरफ से नवशेरा की लड़ाई लड़ी और देश को जीत भी दिलाई. हालांकि, ब्रिगेडियर उस्मान इस जंग में शहीद हो गए. जिसके बाद भारत सरकार ने उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया.

पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी हैं मुख्तार के चाचा

देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी माफिया मुख्तार अंसारी के रिश्ते में चाचा लगते हैं. हामिद अंसारी का नाम कांग्रेस के बड़े नेताओं में आता है. वह 2007 से 2017 तक देश के उपराष्ट्रपति रहे हैं. इसके अलावा वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय के कुलपति व राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के भी अघ्यक्ष रहे हैं.