Raibareli-फैमिली आई-एक परिवार एक पहचान योजना का दिया गया प्रशिक्षण

Raibareli-फैमिली आई-एक परिवार एक पहचान योजना का दिया गया प्रशिक्षण
Raibareli-फैमिली आई-एक परिवार एक पहचान योजना का दिया गया प्रशिक्षण

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रिपोर्ट-शिवम त्रिवेदी

रायबरेली-जिलाधिकारी  माला श्रीवास्तव के निर्देशानुसार जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी श्री पन्ना लाल की अध्यक्षता में विकास भवन के महात्मा गांधी सभागार में ‘‘एक परिवार एक पहचान योजना’’ के कार्यान्वयन के सम्बंध में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर शंकर द्वारा जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी सहित संबंधित अधिकारियों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें फैमिली आई0डी0 पोर्टल की ऑनलाइन प्रक्रिया के विभिन्न जानकारियों से अधिकारियों को अवगत कराया गया।
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने बताया कि फैमिली आईडी का उद्देश्य पात्र लाभार्थियों को शत-प्रतिशत आच्छादित करना, डुप्लीकेट या फर्जी लाभार्थियों को हटाना, छूटे हुए लाभार्थियों और जरूरतमंद परिवारों की प्राथमिकता के आधार पर पहचान, सरकार की सभी योजनाओं का संतृप्तीकरण एवं लाभों के लक्षित वितरण के लिए सभी विभागों का एकीकरण करना हैं। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि आवेदक द्वारा विभिन्न चरणों में स्वयं या सीएससी सेन्टर के माध्यम से इन प्रक्रियाओं के तहत बेवसाइट familyid.up.gov.in पर पंजीकरण किया जा सकता है तथा पंजीकरण के पश्चात ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर लेखपालों एवं ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा सत्यापन किये जाने से सम्बन्धित सभी प्रक्रियाओं की विस्तार से जानकारी दी गई।
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया गया कि फैमिली आईडी (एक परिवार एक पहचान) क्या है ? उत्तर प्रदेश में लगभग 3.59 करोड़ परिवार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित है, उन परिवारों की राशन कार्ड संख्या है फैमिली आईडी है। ऐसे परिवार जो राशन कार्ड धारक नहीं है, उन्हें फैमिली आईडी पोर्टल के माध्यम से फैमिली आईडी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है, जिससे भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी जो परिवार सरकारी योजनाओं को लाभ प्राप्त नहीं कर रहे हैं वह भी स्वेच्छा से अपनी फैमिली आईडी प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण के दौरान ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक फैमिली आई०डी० पंजीकरण हेतु परिवार के सभी सदस्यों का आधार होना चाहिए। परिवार के सभी सदस्यों का आधार मोबाइल नम्बर से लिंक होना चाहिए, जिससे कि परिवार के सभी सदस्यों का मोबाइल ओ०टी०पी० द्वारा सत्यापन हो सके। यदि आधार से लिंक नम्बर बदल गया है तो आवेदक को अपना नवीन/सही मोबाइल नम्बर आधार से लिंक करते हुए अपडेट करना चाहिए। प्रत्येक फैमिली आई०डी० पंजीकरण के समय परिवार के सभी सदस्यों का आधार संख्या के सापेक्ष ओटीपी आधारित ई-केवाईसी होगा। यदि परिवार का कोई सदस्य पूर्व में किसी अन्य परिवार से जुड़ा हुआ है, तो उसका पंजीकरण नहीं किया जा सकेगा। आवेदक अपना पंजीकरण फैमिली आई०डी० पोर्टल पर दिये गये रजिस्टर लिंक के माध्यम से करेगा। पंजीकरण की प्रक्रिया में आवेदक द्वारा अपने परिवार के समस्त सदस्यों का नाम तथा आधार संख्या डालने पर उसके आधार लिंक मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा।
ओटीपी० डालने के पश्चात् सदस्य का नाम, जन्म तिथि/वर्ष, लिंग व पिता/संरक्षक का नाम स्वतः प्रदर्शित होगा जारीकर्ता अधिकारी के द्वारा संबंधित जांच अधिकारी को स्थलीय जाँच हेतु आवेदन ऑनलाइन प्रेषित किया जायेगा। जांच अधिकारी द्वारा आवेदन पत्र का भौतिक स्थलीय सत्यापन कर आख्या जारीकर्ता अधिकारी को ऑनलाइन प्रेषित की जायेगी। पोर्टल द्वारा अंतिम रूप से फैमिली आई०डी० निर्मित होने एवं निरस्त होने की सूचना एसएमएस के माध्यम से पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर स्वतः प्राप्त हो जाएगी।
प्रशिक्षण के दौरान ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने बताया कि फैमिली आई०डी० हेतु आवेदन जारीकर्ता अधिकारी द्वारा स्वीकृत होने की दशा में आवेदक को एस0एम0एस0 के माध्यम से फैमिली आई०डी० संख्या प्रेषित की जायेगी। आवेदक द्वारा पोर्टल से भी अपनी फैमिली आई०डी० संख्या ज्ञात की जा सकती है एवं इसका प्रिंट आउट भी लिया जा सकता है। विकास भवन में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता नगर पालिका/नगर पंचायत, लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।