Raibareli-ऊंचाहार में अटेवा के ब्लॉक संयोजक बने शिक्षक महेश कुमार

Raibareli-ऊंचाहार में अटेवा के ब्लॉक संयोजक बने शिक्षक महेश कुमार

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824


प्राथमिक विद्यालय पुरवारा के प्रधानाध्यापक महेश कुमार को बनाया गया ब्लॉक संयोजक 

पूर्व ब्लॉक संयोजक के स्थानांतरण के बाद से ऊंचाहार में खाली चल रहा था पद

रायबरेली-कर्मचारियों, शिक्षकों को पेंशन दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने वाले अटेवा संगठन की ऊंचाहार ब्लॉक की कार्यकारिणी का गठन किया। अटेवा पुरानी पेंशन बहाली मंच के विकास क्षेत्र ऊंचाहार के संयोजक के रूप में प्राथमिक विद्यालय पुरवारा के प्रधानाध्यापक महेश कुमार को संयोजक बनाया गया है। बीआरसी ऊंचाहार में हुए सम्मान समारोह के दौरान नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया। 

बीआरसी में आयोजित कार्यक्रम में जिला सरंक्षक राजेश यादव ने कहा कि बुढ़ापे की लाठी पुराने पेंशन की बहाली हेतु संघर्षरत अटेवा लड़ाई लड़ता रहेगा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के ब्लॉक इकाई अध्यक्ष  हरिशरण मौर्य ने इस अवसर पर माला पहनाकर अटेवा संयोजक का स्वागत किया तथा पुरानी पेंशन से आच्छादित शिक्षकों की ओर से सदैव समर्थन एवं संघर्ष में साथ देने का भरोसा दिलाया। महिला संगठन की अध्यक्ष सीमा कुमारी, प्राथमिक शिक्षक संघ के तहसील प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह तथा एआरपी शैलेंद्र पांडेय ने भी माला पहनाकर संयोजक का सम्मान किया।

इसके साथ ही पुरानी पेंशन प्राप्त करने वाले शिक्षक लाखन सिंह, आनंद कुमार, छोटेलाल आदि ने मौके पर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान किया। आरएसएम  ऊंचाहार के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा की पूर्व संयोजक सुरेश यादव के स्थानांतरण के पश्चात अटेवा के आंदोलन की गति विकास क्षेत्र में धीमी हो गई थी जिसे अब महेश कुमार के नेतृत्व में नई ऊर्जा एवं गति प्राप्त होगी। सोसायटी के डायरेक्टर वेद यादव ने इस अवसर पर संयोजक महेश कुमार को शुभकामनाएं प्रेषित की तथा भविष्य में सहयोग का पूर्ण आश्वासन दिया। शिक्षक सत्येश वर्मा ने कहा कि यह गैर राजनीतिक संगठन है और इसमें सभी का सहयोग होना चाहिए। पुरानी पेंशन की प्राप्ति तक संघर्ष को जारी रखना है तथा पेंशन प्राप्ति के पश्चात संघर्ष रुकेगा। संगठन का मात्र एक उद्देश्य है पुरानी पेंशन को बहाल कराना। कार्यक्रम में मौके पर उपस्थित शिक्षकों ने अपना पूर्ण सहयोग देने तथा भविष्य में पुरानी पेंशन बहाली तक लगातार संघर्ष जारी रखने का बीड़ा उठाया।