मोदी ने केजरीवाल के बहाने अपने उत्तराधिकार पर स्थिति कर दी साफ

मोदी ने केजरीवाल के बहाने अपने उत्तराधिकार पर स्थिति कर दी साफ

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी संसदीय सीट से तीसरी दफा नामांकन दाखिल कर दिया है - और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये भी साफ कर दिया है कि पांच साल बाद होने वाले चुनाव में भी बिलकुल ऐसा ही होगा.

वाराणसी में मोदी के नामांकन के वक्त मौजूद अमित शाह ने अपने हालिया इंटरव्यू में साफ साफ कहा है, मोदी जी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे - और 2029 में भी बीजेपी के चुनाव कैंपेन का नेतृत्व करेंगे.

2014 के आम चुनाव से करीब एक साल पहले ही बीजेपी ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाने के साथ साथ प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित किया था - अमित शाह का ताजा बयान भी वैसा ही लगता है, जैसे वो 2029 के लिए भी अभी से ही मोदी को नेता घोषित कर दिया हो.

'है कोई नाम?'

तिहाड़ जेल से छूटते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली की सड़कों पर निकले तो पहले की तरह ही उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही आये - और फिर अरविंद केजरीवाल ने अपनी तरफ से लोगों को ये समझाने की कोशिश की कि जरूरी नहीं कि चुनाव में बीजेपी जीत भी जाये प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नरेंद्र मोदी ही बैठें. अरविंद केजरीवाल ने, दरअसल, बीजेपी की तरफ से INDIA गठबंधन प्रधानमंत्री पद को लेकर उठते सवालों का जवाब देने की कोशिश की थी.

 बीजेपी नेता विधानसभा चुनावों में भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट मांगते रहे हैं. यूपी सहित 2023 में हुए ज्यादातर विधानसभा चुनावों में सीनियर बीजेपी नेता अमित शाह के भाषण में भी ऐसी ही बातें होती थीं. यूपी चुनाव में अमित शाह कहते थे, आप लोग योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाइये ताकि 2024 में मोदी का प्रधानमंत्री बनना पक्का हो सके.

अभी तो यही देखने को मिल रहा है कि बीजेपी ही नहीं, खुद मोदी भी अपने ही नाम पर लोगों से वोट मांग रहे हैं. मोदी की गारंटी इस बात की मिसाल है - असल में अरविंद केजरीवाल इसी बात को लेकर लोगों को अपनी तरफ से आगाह करने की कोशिश कर रहे थे कि अगर लोग मोदी के नाम पर वोट देते हैं, तो भी जरूरी नहीं को प्रधानमंत्री मोदी ही बनेंगे.

अरविंद केजरीवाल ने कहा, ये लोग INDIA ब्लॉक से चेहरा पूछते हैं... मैं बीजेपी से पूछता हूं कि उनका पीएम कौन होगा? मोदी जी अगले साल 17 सितंबर को 75 साल के हो रहे हैं... उन्होंने नियम बनाया था कि 75 साल के लोगों को रिटायर कर दिया जाएगा.

 और फिर अरविंद केजरीवाल लोगों को समझाने की कोशिश करते हैं, लोकसभा चुनाव 2024 में नरेंद्र मोदी को वोट देने का मतलब अमित शाह को वोट देना है... क्योंकि नरेंद्र मोदी अगले बरस 75 साल के हो जाएंगे - और उनके रिटायर हो जाने के बाद अमित शाह प्रधानमंत्री बनेंगे.

अब मोदी ने भी अपने उत्तराधिकारी को लेकर उठे सवाल का जवाब दे दिया है, लेकिन पहली प्रतिक्रिया अमित शाह की तरफ से आई थी. अमित शाह ने कहा है, 'मैं अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी को बताना चाहता हूं... आपको मोदीजी के 75 वर्ष के होने पर खुश होने की जरूरत नहीं है... भाजपा के संविधान में कहीं भी ये नहीं लिखा है कि वो प्रधानमंत्री नहीं बन सकते... वो प्रधानमंत्री बनेंगे और अपना कार्यकाल पूरा करेंगे.' और अब तो अमित शाह ने यहां तक बोल दिया है कि 2029 के आम चुनाव में भी बीजेपी के नेता नरेंद्र मोदी ही रहेंगे.

हाल फिलहाल देखने में आ रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकरीबन हर मुद्दे पर उठने वाले सवालों पर खुद भी प्रतिक्रिया देने लगे हैं. वो मुद्दा चाहे महंगाई का हो, आरक्षण का हो या फिर संविधान बदल देने के विपक्षी नेताओं के दावे का - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे मुद्दों पर जरूरी हुआ तो सफाई देते हैं, और अपना स्टैंड साफ करने की कोशिश करते हैं.

 75 साल के हो जाने के बाद प्रधानमंत्री बने रहने के अरविंद केजरीवाल के सवाल का जवाब तो मोदी ने पश्चिम बंगाल में ही दे दिया था, लेकिन बिहार के हाजीपुर की रैली में लोगों से सवाल-जवाब के लहजे में इंटरैक्ट किया.

रैली में आये लोगों से प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा, 'मोदी का वारिस कौन? है कोई नाम?'

लोगों से संवाद स्थापित करने के बाद मोदी ने कहा कि 'विकसित भारत का सपना ही मेरा उत्तराधिकारी' है.

ठीक ऐसे ही हुगली की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से पहले वही सवाल पूछा कि 'मोदी के वारिस कौन है?

फिर सवाल का जवाब भी खुद ही दिया, आप देशवासी हैं. मोदी ने कहा, आप ही मेरा परिवार हैं... दुनिया में आप लोगों के अलावा मेरा कुछ भी नहीं है... सामान्य तौर पर हमारे परिवार में जो बड़ा होता है... उसकी इच्छा होती है... वो मरने के बाद अपने वारिस को कुछ देकर जाना चाहता है... मोदी के वारिस तो आप सब देशवासी हैं.

बोले, आप ही मेरा परिवार हैं, और आप ही मेरे वारिस हैं... जैसे परिवार का मुखिया अपने बच्चों के लिए कुछ छोड़कर जाना चाहता है... वैसे ही मैं भी विकसित भारत बनाकर जाना चाहता हूं.'

उत्तराधिकारी के मुद्दे पर मोदी का संदेश, सभी के लिए

अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह को मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में पेश कर बीजेपी में योगी आदित्यनाथ के समर्थकों को भी भड़काने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश की. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह के प्रधानमंत्री बनते ही यूपी के मुख्यमंत्री की कुर्सी से योगी आदित्यनाथ को हटा दिया जाएगा.

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के समर्थक मोदी के बाद उनको ही देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप देखते हैं - और 2022 के चुनाव ने पहले योगी और अमित शाह से खटपट की खूब चर्चा हुआ करती थी, यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल उन बातों राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की है.

ये ऐसा मुद्दा है कि अमित शाह जैसे नेता को जवाब देने के लिए सामने आना ही था, और अपनी तरफ से वो समझा ही दिये कि हाल फिलहाल ही नहीं, पांच साल बाद भी बीजेपी में मोदी के उत्तराधिकारी की तलाश नहीं हो रही है.

 देखा जाये तो अमित शाह के ये सब बोल देने के बाद किसी और को कुछ भी कहने की जरूरत नहीं बची थी, फिर भी मोदी ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर खुद स्थिति साफ करने की कोशिश की है - क्योंकि अपने हिसाब से वो इस मुद्दे को ही खत्म करना चाहते हैं.