रायबरेली-अपने चाहने वालों की हर इच्छा को पूरी करते हैं भगवान

रायबरेली-अपने चाहने वालों की हर इच्छा को पूरी करते हैं भगवान

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रिपोर्ट-सागर तिवारी

- भगवत कथा में अंतिम दिन सुनाया कृष्ण सुदामा का प्रसंग 

ऊंचाहार - रायबरेली -भगवान प्रेम के वशीभूत हैं , वो अपने हर चाहने वालों की हर इच्छा को पूरी करते हैं । वो जब देने को आते है तो अपने भक्तों को सबकुछ न्योछावर कर देते हैं । यह विचार के क्षेत्र किसुनी का पुरवा गांव में चल रही श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन कथाचार्य श्री श्री 1008 राजगुरु स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य ने भगवान कृष्ण और सुदामा की कथा बताते हुए कही ।
     कथावाचक ने कहा कि भगवान कृष्ण का चरित्र बड़ा अद्भुद है , वो प्रेम की प्रतिमूर्ति है । उन्होंने कहा कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा जी से समझा जा सकता है। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र कृष्ण से मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। सुदामा ने द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे लेकिन द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं, इसपर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे। सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया। दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब भी भक्तों पर विपदा आई है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। इस मौके पर मुख्य यजमान लालता प्रसाद मिश्र ने सपत्नीक पूजा अर्चना की । इस मौके पर बाबा ज्ञान सिंह , पूर्व प्रमुख कमलेश सिंह , वी के सिंह , राकेश मिश्र , रज्जन तिवारी , नीरज मिश्र सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।