लखनऊ में छिपा है नौकरी के नाम पर ठगने वाला

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
रायबरेली-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) मुंशीगंज में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले के मुख्य आरोपी के लखनऊ में छिपे होने की लोकेशन मिली है। ऐसे में पुलिस लखनऊ पहुंचकर उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
पुलिस की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि एम्स में एक गैंग सक्रिय है, जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के नाम पर ठगी कर रहा है।
पुलिस का मानना है कि इस कार्य में सुदर्शन फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की मिलीभगत भी हो सकती है। पुलिस दिल्ली जाकर कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी। इस कंपनी का मुख्य दफ्तर दिल्ली में है।
प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले अनिल कुमार शुक्ला और उसके दोस्त से एम्स में नौकरी के नाम पर करीब नौ लाख की ठगी के मामले में भदोखर थाने में जौनपुर के रहने वाले अंकित मिश्रा, उसकी पत्नी शुभि पांडेय, ओमप्रकाश के अलावा सुदर्शन फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।
एम्स में ठगी का मामला सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। एम्स चौकी प्रभारी एवं विवेचक कपिल सिंह चौहान को सर्विलांस के जरिए पता चला कि मुख्य आरोपी अंकित मिश्रा लखनऊ में छिपकर रहा है। उसकी मिली लोकेशन के आधार पर विवेचक पुलिस टीम के साथ मंगलवार को लखनऊ पहुंचकर उसकी खोजबीन की।
देर शाम तक वह पुलिस के शिकंजे में नहीं आया। पुलिस की जांच में पाया गया है कि अमित और कंपनी के कुछ कर्मियों की मिलीभगत के चलते ही दो युवाओं के साथ ठगी की गई। सुदर्शन फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्थानीय स्तर पर तैनात अधिकारी व कर्मचारी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। वह पुलिस को यह नहीं बता पा रहे हैं कि पीड़ितों के साथ हुई ठगी की जानकारी उन्हें कैसे नहीं हो सकी।
विवेचक का कहना है कि कंपनी की ढिलाई के चलते ऐसा हुआ है। ऐसे में कंपनी के उच्चाधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी। सीओ सदर अमित सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।



