अमेठी के बाद कांग्रेस के गढ़ रायबरेली फतह करने की तैयारी में BJP जानिए क्या है प्लान

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
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बीजेपी ने यूपी से कांग्रेस के आखिरी किले को ध्वस्त करने की रणनीति तैयार कर ली है. इस बार बीजेपी अमेठी के बाद कांग्रेस को रायबरेली में भी हराना चाहती है और उसको लेकर पार्टी ने बड़ी रणनीति तैयार की है.
अमेठी के बाद रायबरेली में गांधी परिवार के गढ़ को ध्वस्त करने के लिए बीजेपी ने मजबूत रणनीति बनाई है. पिछले लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी से चुनाव हराकर गांधी परिवार को बड़ा झटका दिया था. अब रायबरेली में भी बीजेपी ने कांग्रेस को हराने के लिए बड़ी रणनीति तैयार की है. बीजेपी ने रणनीति के तहत ही अब तक रायबरेली के उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. बीजेपी कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम का इंतजार कर रही है, उसके बाद ही अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेगी.
इन चार नामों पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक रायबरेली के लिए बीजेपी ने चार नेताओं के नाम पर चर्चा की है, उनमें मनोज पांडे, दिनेश शर्मा, अदिति सिंह और दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं. रायबरेली में कांग्रेस अगर गांधी परिवार से बाहर का उम्मीदवार देती है तो मनोज पांडे सबसे मजबूत दावेदार हैं. वहीं अगर गांधी परिवार से प्रियंका या राहुल गांधी चुनावी मैदान में आते हैं तो बीजेपी यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा या अदिति सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है. प्रियंका के सामने मजबूत महिला उम्मीदवार देने पर भी बीजेपी ने विचार किया है. उसके लिए रायबरेली से अदिति सिंह के नाम पर भी मजबूती से चर्चा हुई है. अदिति सिंह के नाम को लेकर यूपी के बड़े नेता ने पार्टी आलाकमान से सिफारिश भी की है.
वरुण गांधी को लेकर सोशल मीडिया में चर्चा
सोशल मीडिया पर वरुण गांधी के नाम को लेकर भी चर्चा चल रही है कि पार्टी ने उनको रायबरेली से लड़ाने पर विचार किया है. हालांकि उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक पार्टी वरुण गांधी से बहुत नाराज़ है. पार्टी नेताओ के मुताबिक वरुण को पार्टी ने बहुत कुछ दिया। सबसे कम उम्र में पार्टी का महासचिव तक बना दिया, लेकिन वरुण गांधी ने कई मौकों पर पार्टी को असहज स्तिथि में लाकर खड़ा कर दिया था. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी वरुण गांधी को चुनाव लड़ाना तो दूर उनसे पार्टी के लिए प्रचार तक कराने को तैयार नहीं है. यही कारण है कि वरुण गांधी ना
पीलीभीत में पार्टी के चुनाव प्रचार में दिख रहे हैं और ना ही अपनी मां मेनका गांधी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं.



