भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

सावन महीने का आज पहला सोमवार है. इस अवसर पर देशभर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. हरिद्वार से लेकर यूपी, बिहार, एमपी, झारखंड, राजस्थान महाराष्ट्र तक के मंदिरों में सुबह से भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है.
जहां वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया जा रहा है तो वहीं झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ मंदिर में भी भारी संख्या में सुबह से ही श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
भगवान शिव का प्रिय महीना है सावन
बता दें कि सावन के महीने को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है. इस महीने में भोलेनाथ के भक्त कांवड़ यात्रा निकालते हैं भगवान शिव का व्रत रख उनकी हर दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं, लेकिन सावन के सोमवार का इसमें काफी महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सावन के महीने में देवी पार्वती ने शिव को प्रसन्न कर उन्हें पति रूप में प्राप्त किया था.
सावन के महीने में सोमवार का दिन शिव भक्तों के लिए बेहद खास माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस महीने में भोलेनाथ अपने भक्तों से एक लोटा जल से भी काफी प्रसन्न हो जाते हैं अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. लेकिन सावन के महीने में आने वाले हर सोमवार का इसमें काफी महत्व है. इस दिन भोलेनाथ के भक्त व्रत रखकर शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा अन्य पूजन सामग्रियां अर्पित करते हैं भगवान शिव से अपने लिए कामना करते हैं.
ये है जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त
आज सावन का पहला सोमवार है. सावन के पहले सोमवार को बहुत शुभ माना जाता है. ऐसे में विशेष फल की कामना के लिए भक्तों को शुभ मुहूर्त में जलाभिषेक करना चाहिए. जिससे उत्तम फल की प्राप्ति होती है. सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त सुबह 04.11 से 04.52 बजे तक है. लेकिन अगर आने इस शुभ मुहूर्त में जलाभिषेक नहीं किया तो आप अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11.59 से 12.55 बजे तक लगेगा भी भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकते हैं. इसके साथ ही सूर्यास्त के बाद यानी प्रदोष काल में भी भगवान शिव का जलाभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है.



