रायबरेली-जर्जर तारों के जंजाल में फंसे उपभोक्ता, व्यापार भी हो रहा प्रभावित,,,,,,

रायबरेली-जर्जर तारों के जंजाल में फंसे उपभोक्ता, व्यापार भी हो रहा प्रभावित,,,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार-रायबरेली-तहसील स्थित विद्युत उपकेंद्र से टाउन फीडर बनाकर कस्बा की 25 हजार आबादी को विद्युत आपूर्ति की जाती है। यहां के भोक्ता को जीर्ण शीर्ण खंभे, पुराने ट्रांसफार्मर और लटकते जर्जर तारों की समस्या से आजिज आ चुके हैं। जिनमें निरंतर खराबी बनी रहने की वजह से उपभोक्ताओं को शासन द्वारा तय की रोस्टिंग के मुताबिक विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पाती है। जिसको लेकर कस्बा वासियों में खासा रोष व्याप्त है।
      कस्बा निवासी महेश द्विवेदी, अरविंद साहू, चंद्रमणि त्रिपाठी, अरविंद कुमार मिश्र, साजू नकवी, सहाब नकवी, अली हसन, चांद बाबू, अरशद सुल्तान आदि लोगों का कहना है कि ऊर्जा निगम के कर्मचारी बिल के भुगतान को लेकर परेशान करते रहते हैं। लेकिन कस्बे के खरौली रोड से लेकर गायत्री नगर, खत्री टोला, रेलवे स्टेशन रोड, अलीगंज, फड़ मोहल्ला, बस स्टॉप, अकोढिया रोड समेत सभी मोहल्लों में विद्युत पोलों से लटकते जर्जर तारों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही नहीं विद्युत आपूर्ति के लिए लगाए गए लोहे के खंभे, ट्रांसफार्मर समय के साथ कमजोर होते गए। और उन पर कनेक्शनों का भार बढ़ता गया। नतीजा ओवरलोड के चलते लो वोल्टेज, ट्रिपिंग या फिर अधिक भार पड़ने की वजह से ट्रांसफार्मर के जलने की अक्सर समस्या बनी रहती है। दशकों पूर्व लगाए गए विद्युत तार भी कमजोर होकर लटक रहे हैं। तनिक सा हवा के झोंका आने पर आपस में टकरा कर चिंगारियां देते हुए जमीन पर गिर जाते हैं। जिसकी वजह से मोहल्ले की विद्युत आपूर्ति बाधित होने के साथ जान-माल का खतरा भी बना रहता है। समस्या को लेकर कई बार अधिशासी अभियंता को ज्ञापन भी सौंपा गया। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अभी तक समस्या का निदान नहीं हो सका। दिन हो या शाम बिजली गुल होने की वजह से कस्बे के व्यापारियों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। इस बाबत विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुरानी लाइन को बदलवाने तथा अधिक भार क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों लगवाए जाने को लेकर विभाग से मांग की गई है। संयोजन आते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।