रायबरेली-अप्टाकांड के गवाह को मिल रही धमकियां, लगाई सुरक्षा की गुहार,,,,?

रायबरेली-अप्टाकांड के गवाह को मिल रही धमकियां, लगाई सुरक्षा की गुहार,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 




ऊंचाहार-रायबरेली-अप्टा गांव में हुए नरसंहार के आरोपितों के जेल से बाहर निकलने के बाद उक्त मुकदमे के मुख्य गवाह समेत पारिवारिक जनों को धमकियां मिलने लगी है। पीड़ित ने परिवार के साथ स्वयं की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री समेत पुलिस महानिदेशक से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
      ज्ञात हो कि 26 जून वर्ष 2017 में अपना गांव में पांच लोगों को ईट पत्थरों से कुचलने के बाद काट कर जिंदा जला दिया गया था। जिसके बाद प्रतापगढ़ जनपद के देवारा निवासी मृतक रोहित शुक्ला के भाई देवेश शुक्ला की तहरीर पर पुलिस ने अप्टा गांव निवासी राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव, भुंदऊ यादव, राम बहाल यादव व दशरथ समेत नौ लोगों पर हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।  घटना के छह वर्ष बाद कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव, राम अभिलाख, भुंदऊ यादव, रामबहाल यादव, दशरथ, राजेंद्र यादव कोर्ट से जमानत मंजूर होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। छिपिया मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव निवासी कृष्ण कुमार तिवारी उक्त मुकदमे के मुख्य गवाह है। जिन्होंने सोमवार को कोतवाली समेत मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक लखनऊ, मुख्य सचिव लखनऊ, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को रजिस्ट्री के माध्यम से प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि आरोपितों के जेल से बाहर आने के बाद से ही उन पर गवाही बदलने को लेकर लगातार धमकियां दी जा रही हैं। यदि समय रहते हैं प्रशासन ना। चेता तो बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।